बलखाये , क्षण भर में ये घूम आये देखो सारा संसार, हवा से तेज भागे है मन फिर भी थकना पा बलखाये , क्षण भर में ये घूम आये देखो सारा संसार, हवा से तेज भागे है मन फिर...
भारत की पहचान लौटाना है अपनी सुनहरी संस्कृति को बचाना है ! भारत की पहचान लौटाना है अपनी सुनहरी संस्कृति को बचाना है !
चौदहवीं के चांद जैसा है आपके चेहरे की सुंदरता चौदहवीं के चांद जैसा है आपके चेहरे की सुंदरता
ठोस आधार धरातल पर खड़ी हूं हिन्द हूं मैं, हिंदी हूँ। ठोस आधार धरातल पर खड़ी हूं हिन्द हूं मैं, हिंदी हूँ।
पिता वह शख्स होते जो कभी भी अपने बच्चों के लिए दिखावा नहीं करते, पिता वह शख्स होते जो कभी भी अपने बच्चों के लिए दिखावा नहीं करते,
समेटकर दिल यादों में उसके एक ख़त लिख दूँ मैं नाम उसके. समेटकर दिल यादों में उसके एक ख़त लिख दूँ मैं नाम उसके.